Menu
blogid : 25184 postid : 1352150

अब और प्रद्युम्न नहीं

अंतहीन
अंतहीन
  • 13 Posts
  • 6 Comments

वर्तमान समय मे माँ-बाप अपने पाल्य की प्राथमिक शिक्षा के लिए सरकारी स्कूल-कॉलेजों की अच्छी परफॉर्मेंस और पढ़ने-लिखने लायक अच्छा माहौल न होने की वजह से निजी विद्यालयों की ओर रुख करते हैं
और निजी शिक्षा के बढ़ते ट्रेंड में इंटरनेशनल स्कूल तक मे अपनी सुविधानुसार अपने पाल्य को पढ़ाते लिखाते हैं।
इस आशा के साथ कि उनके पाल्य को उन संस्थाओं में अच्छी शिक्षा मिलेगी, सुरक्षा रहेगी आदि।
यही सब सोचकर प्रद्युम्न के माता-पिता ने भी उसका एडमिशन रेयान इंटरनेशनल स्कूल में कराया था।
लेकिन उन्हें क्या पता था जिस स्कूल में वे अपने पाल्य का भविष्य संवारने के लिए भेज रहे हैं, अच्छी शिक्षा हासिल करने भेज रहे हैं, जिस स्कूल को अपने पाल्य के लिए वे उपयुक्त समझ रहे हैं,
उसी स्कूल में उनके पाल्य की हत्या हो जाएगी।
आज देश मे ये कोई पहली घटना है,
जब इस तरह किसी विद्यालय में किसी छात्र का जीवन मौत के परवान चढ़ा हो।
लेकिन उन घटनाओं के बाद कुछ हुआ तो बस अफसोस, दुख, हताशा, इसके अतिरिक्त कुछ नहीं।
आज प्रद्युम्न के लिए भी लोग दुःखी हैं, निराश हैं, उसके परिवार के प्रति सहानुभूति जता रहे हैं।
लेकिन इन्हीं सब के बीच जो एक सवाल हम सभी के मन मे हैं,
वो ये कि क्या गलती थी प्रद्युम्न की?
वो तो एक अबोध बालक था,
जो अपने परिवार के सभी सदस्यों की भावनाओ को समझता था।
उनसे प्रेम करता था,
मासूमियत से भरा हुआ था।
उस बालक का क्या दोष था?
जो उसके साथ दरिंदगी हुई, उसे निर्ममता और क्रूरतापूर्ण तरीके से मार दिया गया।
सोचों जब उसके साथ ऐसा घटित हो रहा होगा तो उसे कितनी पीड़ा हो रही होगी?
अपने परिवार को संकट में याद कर रहा होगा।
इन बातों के बीच एक सवाल मन मे है क्या देश का कानून इस बच्चे के साथ न्याय कर पायेगा?
इस बच्चे के सभी कातिलों को उनके अंजाम तक पहुंचा पायेगा?
और आने वाले समय मे इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो,
कोई और प्रद्युम्न के स्थान पर न हो,
क्या देश का तंत्र, राजनेता, सरकारी मशीनरी ऐसी कोई व्यवस्था करेंगे?

इन्हीं बातों के साथ प्रद्युम्न को अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि व ईश्वर से उसे व उसके परिवार को न्याय मिले, ऐसी प्रार्थना करता हूँ।

-तीर्थराज सिंह

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh